दें जीवनसाथी नम्रता का परिचय दें जीवनसाथी नम्रता का परिचय
तुझपे भरोसा करने वाले की जिंदगी में ये इम्तिहान की घड़ी क्यों आती है ? तुझपे भरोसा करने वाले की जिंदगी में ये इम्तिहान की घड़ी क्यों आती है ?
गांव से जुड़ी अपनी पहचान रहने दो, शहर ना बनाओ गांव को गांव ही रहने दो। गांव से जुड़ी अपनी पहचान रहने दो, शहर ना बनाओ गांव को गांव ही रहने दो।
देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में......! देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में.........
एक कदम आगे बढ़ा कर तो देखो, हर जवाब मिलता हैI एक कदम आगे बढ़ा कर तो देखो, हर जवाब मिलता हैI
हम लाख कोस लें खाकी को, पर हमारा दामन भी बेदाग नहीं। हक से ज्यादा हो जिम्मेदारी, हम हम लाख कोस लें खाकी को, पर हमारा दामन भी बेदाग नहीं। हक से ज्यादा हो जिम्...